रांची स्मार्ट सिटी में जल्द बनेगा 800 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल – स्वास्थ्य सुविधाओं में आएगी क्रांति
रांची स्मार्ट सिटी के विकास में एक और बड़ा कदम जुड़ने जा रहा है। आने वाले दो वर्षों के भीतर यहां 800 बेड का अत्याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल तैयार हो जाएगा।
रांची स्मार्ट सिटी में 800 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण राज्य के लिए एक शानदार उपलब्धि है। आने वाले दो वर्षों में इसके तैयार हो जाने से झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था में ऐतिहासिक सुधार होगा। यह परियोजना न केवल शहर के विकास की एक मिसाल बनेगी, बल्कि लाखों लोगों की जीवनरक्षक उम्मीद भी साबित होगी।
Dr. Avijeet Kumar
रांची स्मार्ट सिटी के विकास में एक और बड़ा कदम जुड़ने जा रहा है। आने वाले दो वर्षों के भीतर यहां 800 बेड का अत्याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल तैयार हो जाएगा। यह परियोजना न केवल झारखंड की स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाई देगी, बल्कि रांची और आसपास के जिलों में रहने वाले लाखों लोगों को बेहतरीन एवं आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में लंबे समय से महसूस की जा रही कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार और स्मार्ट सिटी प्रबंधन लगातार नई योजनाओं पर काम कर रहे हैं। इसी क्रम में यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल परियोजना रांची को एक नई पहचान देने वाली साबित होगी।
परियोजना का उद्देश्य और महत्व
आज के समय में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग तेजी से बढ़ी है। झारखंड जैसे राज्य में कई बार गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अन्य राज्यों का रुख करना पड़ता है। ऐसे में रांची स्मार्ट सिटी में 800 बेड का बहु-विशेषज्ञ अस्पताल स्थापित होना एक ऐतिहासिक कदम है।
अस्पताल का मुख्य उद्देश्य होगा:
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उन्नत चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना
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अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग
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मरीजों को एक ही छत के नीचे मल्टी-स्पेशियलिटी इलाज उपलब्ध कराना
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डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बेहतर कार्य वातावरण और सुविधाएं तैयार करना
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झारखंड को मेडिकल हब के रूप में विकसित करना
अस्पताल में उपलब्ध होंगी ये विशेष सेवाएं
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों के लिए विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की पेशकश की जाएगी। अस्पताल में निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं उपलब्ध होंगी:
1. ओपीडी और सुपर स्पेशियलिटी विंग
अस्पताल में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी जैसे कई विभागों में विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होंगे। इससे गंभीर और जटिल बीमारियों का इलाज रांची में ही संभव होगा।
2. उन्नत मेडिकल उपकरण और टेक्नोलॉजी
यह अस्पताल आधुनिक मशीनों, रोबोटिक सर्जरी, आधुनिक लैब और डिजिटल हेल्थ सुविधाओं से लैस होगा। मरीजों को त्वरित जांच और सटीक उपचार मिलेगा।
3. 150 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट
अस्पताल में आईसीयू, एनआईसीयू, पीआईसीयू और कार्डियक केयर यूनिट जैसी सुविधाएं होंगी, जो गंभीर मरीजों की जीवन रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
4. 77 बेड का इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर
रांची जैसे व्यस्त शहर में दुर्घटनाओं की संख्या अधिक है। इस कारण एक उच्च गुणवत्ता वाला ट्रॉमा सेंटर अत्यंत आवश्यक है। नए सेंटर के शुरू होने से गोल्डन आवर में मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा।
रांची स्मार्ट सिटी के विकास में बड़ा योगदान
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत रांची में पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम हुआ है। लेकिन स्वास्थ्य क्षेत्र में यह परियोजना सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस अस्पताल के निर्माण से:
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रांची की चिकित्सा व्यवस्था मजबूत होगी
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आसपास के राज्यों से भी मरीज आकर्षित होंगे
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मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा
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युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे
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स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर सुधरेगा
जनता को मिलेगी बड़ी राहत
अस्पताल के निर्माण से रांची और पूरे झारखंड में मरीजों को अत्याधुनिक इलाज के लिए महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। खासकर मध्यम और निम्न आय वर्ग के मरीजों के लिए यह अस्पताल बड़ी सहूलियत प्रदान करेगा, क्योंकि सरकारी पहल के तहत यहां कई सेवाएं किफायती दरों पर मिलेंगी।
रांची स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। आने वाले दो वर्षों में शहर को एक 800 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उपहार मिलने वाला है। यह अस्पताल अत्याधुनिक तकनीक, आधुनिक मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस होगा, जो झारखंड ही नहीं, बल्कि पूर्वी भारत के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा।
राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। खासकर गंभीर मरीजों को अक्सर दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों की ओर रुख करना पड़ता है। इस नई परियोजना के तैयार हो जाने के बाद मरीजों को सर्वोत्तम इलाज अब रांची में ही मिल सकेगा।
अस्पताल का निर्माण क्यों है इतना महत्वपूर्ण?
स्मार्ट सिटी मिशन केवल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट रोड या बिल्डिंग तक सीमित नहीं है। इसका उद्देश्य शहर को रहने योग्य, सुरक्षित और स्वास्थ्य सुविधाओं से समृद्ध बनाना भी है।
रांची में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनने के कई प्रमुख कारण हैं:
1. राज्य की जरूरतों को पूरा करेगा
झारखंड में बड़े सरकारी अस्पतालों की संख्या सीमित है और निजी सुविधाएं काफी महंगी पड़ती हैं। ऐसे में 800 बेड का एक अत्याधुनिक अस्पताल बड़ी राहत देगा।
2. बढ़ते मरीजों का दबाव कम होगा
रिम्स (RIMS) जैसे अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ रहती है। नया सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल इस दबाव को काफी हद तक कम करेगा।
3. उन्नत और गंभीर बीमारियों का बेहतर इलाज
कैंसर, हार्ट, लीवर, किडनी, न्यूरो जैसी गंभीर बीमारियों के लिए अत्याधुनिक उपचार उपलब्ध होगा। इससे मरीजों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
4. मेडिकल टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
यह अस्पताल पूरे पूर्वी भारत से मरीजों को आकर्षित करेगा। इससे रांची मेडिकल हब के रूप में उभरेगा।
अस्पताल की मुख्य विशेषताएँ
इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कई ऐसी सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं जो इसे झारखंड का सबसे आधुनिक और उन्नत चिकित्सा केंद्र बनाएंगी।
✔ 800 बेड की क्षमता
इतने बड़े पैमाने पर एक ही जगह इलाज की सुविधा होना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
✔ 150 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट
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आईसीयू
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कार्डियक केयर यूनिट
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ट्रॉमा आईसीयू
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पीडियाट्रिक आईसीयू
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न्यूरो आईसीयू
इतनी बड़ी क्षमता वाली क्रिटिकल केयर यूनिट झारखंड में पहली बार देखने को मिलेगी।
✔ 77 बेड का इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर
दुर्घटनाओं के मामलों में “गोल्डन आवर” बेहद महत्वपूर्ण होता है। नया ट्रॉमा सेंटर इस जरूरत को पूरी तरह पूरा करेगा।
✔ आधुनिक ओपीडी और सुपर स्पेशियलिटी विंग
इन विभागों में विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होंगे:
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कार्डियोलॉजी
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न्यूरोलॉजी
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ऑर्थोपेडिक्स
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गैस्ट्रोएंटरोलॉजी
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नेफ्रोलॉजी
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पल्मोनोलॉजी
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यूरोलॉजी
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ऑन्कोलॉजी
✔ अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सुविधाएँ
अस्पताल में आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित लैब और टेस्टिंग सेंटर होंगे:
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MRI
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CT स्कैन
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डिजिटल एक्स-रे
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मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर
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रोबोटिक सर्जरी
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एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी
रांची स्मार्ट सिटी में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों है प्राथमिकता?
स्मार्ट सिटी में सबसे अधिक महत्व "लाइफ क्वालिटी" को दिया जाता है। किसी भी शहर की गुणवत्ता उसकी स्वास्थ्य सेवाओं से मापी जाती है। रांची में यह अस्पताल:
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स्वास्थ्य सुरक्षा बढ़ाएगा
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बेहतर चिकित्सा व्यवस्था प्रदान करेगा
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मरीजों की मृत्यु दर कम करेगा
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डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करेगा
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मेडिकल छात्रों को उन्नत इंटर्नशिप और प्रशिक्षण देगा
सरकार का लक्ष्य है कि रांची को आने वाले समय में ईस्ट इंडिया हेल्थ हब के रूप में विकसित किया जाए।
नशा मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य की भी विशेष सुविधा
समाचार के अनुसार, रांची में नशा मुक्ति केंद्र की भी विशेष व्यवस्था पर काम चल रहा है।
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नशीली दवाओं और शराब के दुरुपयोग के मामलों में राज्य में तेजी से वृद्धि हुई है।
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इस अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य, साइकोलॉजी और काउंसलिंग से संबंधित सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
यह पहल युवाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
रोजगार और आर्थिक विकास में भी योगदान
अस्पताल के शुरू होने से:
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डॉक्टर
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नर्स
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लैब टेक्नीशियन
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पैरामेडिकल स्टाफ
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फार्मासिस्ट
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एडमिनिस्ट्रेशन
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सिक्योरिटी
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टेक्निकल स्टाफ
जैसे हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
जनता को क्या लाभ मिलेगा?
1. आधुनिक उपचार रांची में ही
अब गंभीर बीमारियों के लिए दूसरे राज्यों में जाने की जरूरत काफी हद तक कम होगी।
2. समय और पैसे दोनों की बचत
यात्रा, रहने और अलग-अलग राज्यों में इलाज के खर्च से राहत मिलेगी।
3. बेहतर सुविधाओं तक आसान पहुंच
सरकारी पहल होने की वजह से कई सेवाएं किफायती रहेंगी।
4. आपात स्थितियों में जीवनरक्षक सुविधा
एम्बुलेंस नेटवर्क और ट्रॉमा सेंटर से जीवन बचाने की क्षमता बढ़ेगी।